हमारी भारतीय संस्कृति में अन्न को देवता माना जाता है और इसीलिए अन्न को झूठा छोड़ना पाप माना जाता है। आम तौर पर हम अपने घरों में कोशिश करते हैं कि बचे हुए भोजन के रूप में भोजन की बर्बादी कम होनी चाहिए लेकिन आश्चर्य की बात है कि जब हम किसी शादी या पार्टी में जाते हैं तो हम सब कुछ भूल जाते हैं। शहर की पार्टियों में भोजन की बर्बादी एक आम बात बन गई है। आधुनिकता की अंधी दौड़ में हम अपना यह संस्कार भूल गए हैं। यही कारण है कि होटल-रेस्त्रां के साथ ही शादी-विवाह जैसे आयोजनों में सैकड़ों टन खाना रोज बर्बाद हो रहा है। भारत ही नहीं, समूची दुनिया का यही हाल है। एक तरफ अरबों लोग दाने-दाने को मोहताज हैं, कुपोषण के शिकार हैं, वहीं रोज लाखों टन खाना बर्बाद किया जा रहा है।
Blessing Foundation ने अन्न की बर्बादी को देखते हुए एक मुहीम छेड़ी है, जिसके अंदर जो होटल-रेस्त्रां के पास या शादियों में खाना बचता है उसको इकट्ठा करके ज़रूरतमन्द लोगों तक पहुंचाया जाता है| फाउंडेशन के इस प्रयास से प्रतिदिन असहाय और ज़रूरतमंदो को खाना खिलाया जा रहा है| जिसकी वजह से अब वो सभी भूखे पेट नहीं सोते हैं |